Economics Editorial
Economics Editorial in Hindi

मुश्किल दौर: भारत और दुनिया के प्रमुख बाजारों में बदलता परिदृश्य

Testing times फरवरी माह में विदेशी व्यापार में हुई तेज गिरावट के मद्देनजर नीतिगत स्तर पर बारीकी से गौर करने की जरूरत है फरवरी माह के दौरान भारत का माल निर्यात पिछले पांच महीनों में तीसरी बार गिरा। कुल 33.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर की माल लदाई एक साल पहले के स्तर से 8.8 फीसदी की गिरावट की ओर इशारा करती…

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International Relations Editorials
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खतरनाक पैंतरेः काला सागर में मुठभेड़ और यूक्रेन युद्ध से उत्पन्न खतरे

Dangerous moves यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए रूस और अमेरिका को अपने संबंधों में स्थिरता लानी होगी ‘ब्लैक सी’ के ऊपर दो रूसी लड़ाकू विमानों और एक अमेरिकी ड्रोन के बीच टकराव ने यूक्रेन युद्ध के खतरनाक जोखिमों को रेखांकित किया है, जिसमें मंगलवार की सुबह एक अमेरिकी एमक्यू-9 रीपर ड्रोन को मार गिराया गया। इस घटना पर…

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तीखे विभाजन: ऑकस त्रिपक्षीय रक्षा समझौते के निहितार्थ

Sharp divides ऑकस संधि को संघर्ष बढ़ाने वाला कारक बनने के बजाय एक निवारक उपाय के रूप में काम करना चाहिए संयुक्त राज्य अमेरिका (यू.एस.), यूनाइटेड किंगडम (यू.के.) और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं की संयुक्त राज्य अमेरिका के लोमा स्थित नौसैनिक अड्डे में संयुक्त उपस्थिति और उनके द्वारा “ऑकस” त्रिपक्षीय रक्षा समझौते के बारे में दिए गए विवरण दृष्टिगत और निहितार्थों…

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बैंकिंग संकट के सबक: सिलीकॉन वैली बैंक प्रकरण

Lessons learnt रिजर्व बैंक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे बैंक वैश्विक संकट और कुप्रबंधन से बचे रहें पिछले हफ्ते अमेरिका के वेस्ट कोस्ट में एक डूबते हुए बैंक ने वैश्विक बाजारों को उस दौर की याद दिला दी जब लीमैन दिवालिया हुआ था। लीमैन जैसी घटना के दुहराव की आशंका ने दुनिया भर में बैंकिंग शेयरों में तेज…

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नई वास्तविकता: सऊदी अरब-ईरान सुलह और चीन की भूमिका

New reality सऊदी अरब और ईरान को ठंडे शांति की मांग करते हुए आगे आने वाले खतरों के प्रति सावधान रहना चाहिए चीन की मध्यस्थता वाले समझौते में सऊदी-ईरान का सुलह पश्चिम एशिया में नई वास्तविकता को दर्शाता है जहां पुराने प्रतिद्वंद्वी एक-दूसरे के प्रति गर्म हो रहे हैं और बीजिंग ऐसे समय में एक बड़ी भूमिका निभाने को तैयार…

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