बदतर के लिए तैयार: चक्रवातों से निपटने के लिए सरकार की पुख्ता तैयारी

Ready for the worst

सरकारों और एजेंसियों ने चक्रवातों का सामना करने की बेहतर तैयारी दिखाई है

नवंबर 2021 और बाद में, जब चेन्नई और इसके आसपास के इलाकों में भारी बारिश के बाद बाढ़ आई थी, जबरदस्त आलोचना झेलने के बाद तमिलनाडु सरकार ने इस बार जल निकासी नेटवर्क और ऐसी अन्य सुविधाओं को बेहतर बनाने पर काफी ध्यान दिया है। भले ही कई इलाकों के बाढ़ से बचे रहने के पीछे की विभिन्न वजहों में से एक वजह यह रही कि शहर के मुख्य इलाकों में उतनी बारिश नहीं हुई जितनी उत्तरी तमिलनाडु के आंतरिक हिस्सों में हुई।

लेकिन,  मौसम विभाग के साथ राज्य सरकार के समन्वय और चक्रवात के समुद्र तट से टकराने के बाद की परिस्थिति से निपटने की उसकी तैयारी ने इस बार के हालात पर फर्क डाला। वरना पहले की ही तरह इस बार भी हल्की बारिश में नागरिकों को परेशानी होती। पूर्वानुमान और सूचना प्रसार, दोनों के लिहाज से प्रौद्योगिकी ने भी एक बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अधिकारियों यानी राज्य सरकार और मौसम विभाग को अपने कामकाज के तरीकों में सुधार लाने के लिए लगातार काम करते रहना चाहिए, प्रौद्योगिकी का उपयोग करना चाहिए और आम लोगों को इस किस्म की प्राकृतिक आपदा या उससे भी बड़ी प्राकृतिक आपदा का सामना करने के लिए तैयार रहने में मदद करनी चाहिए।

आदर्श रूप से, आधिकारिक मशीनरी को यह सुनिश्चित करने का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए कि किसी भी व्यक्ति को जान का कोई नुकसान न हो। तमिलनाडु के तट से गुजरने वाले विभिन्न चक्रवातों और प्रचंड चक्रवातों से संबंधित अनुभवजन्य डेटा, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों किस्म के संसाधनों की उपलब्धता को देखते हुए यह काम असंभव नहीं होगा।

Source: The Hindu (13-12-2022)