Current Affairs: Project RE-HAB
KVIC (Khadi and Village Industries Commission / खादी और ग्रामोद्योग आयोग) के अध्यक्ष ने RE-HAB परियोजना के तहत कर्नाटक में प्रशिक्षित लाभार्थियों को मधुमक्खी कालोनियों, मधुमक्खी पालन के उपकरण और 200 मधुमक्खी के बक्सों का वितरण किया।
Project RE-HAB के बारे में
- इसका अर्थ है Reducing Elephant-Human Attacks using Bees, यह मधुमक्खियों का उपयोग करके हाथियों द्वारा मानव पर हमलों को कम करने के लिए है।
- इस प्रोजेक्ट के तहत मधुमक्खियों के बाड़े बनाए जाते हैं। मधुमक्खियां मानवीय क्षेत्रों में हाथियों के हमलों को विफल करती हैं।
- यह वैज्ञानिक रूप से दर्ज है कि हाथी मधुमक्खियों से परेशान हो जाते हैं।
- यह KVIC के राष्ट्रीय हनी मिशन (National Honey Mission) का एक उप-मिशन है।
क्यों पड़ी इस प्रोजेक्ट की जरूरत?
- केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) के अनुसार, पिछले 10 वर्षों में प्राकृतिक कारणों के अलावा अन्य कारणों से देश में 1,160 हाथी मारे गए।
- बिजली के झटकों ने 741 हाथियों की जान ले ली, ट्रेन की चपेट में आने से 186 pachyderms (बहुत मोटी त्वचा वाले जानवर) की मौत हो गई, इसके बाद अवैध शिकार – 169, और ज़हर से – 64 मौतें।
- ट्रेन की चपेट में आने से हाथियों की मौत में असम 62 हाथियों की मौत के साथ पहले स्थान पर रहा, इसके बाद पश्चिम बंगाल 57 पर रहा।
Khadi and Village Industries Commission (KVIC)
- यह खादी और ग्रामोद्योग आयोग अधिनियम, 1956 के तहत स्थापित एक वैधानिक निकाय है।
- यह सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) के अंतर्गत आता है।
- मुख्य कार्य ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामोद्योगों के विकास के लिए कार्यक्रमों की योजना बनाना, उन्हें बढ़ावा देना, व्यवस्थित करना और कार्यान्वित करना है।

हनी मिशन:
- KVIC ने किसानों को मधुमक्खी कालोनियों के साथ जागरूकता, प्रशिक्षण और ‘बी बॉक्स’ प्रदान करने के लिए हनी मिशन लॉन्च किया है।
- इसे अगस्त 2017 में ‘मीठी क्रांति / Sweet Revolution’ के एक भाग के रूप में लॉन्च किया गया था।
- मधुमक्खी पालन और संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 2016 में ‘मीठी क्रांति’ शुरू की गई थी।
इस परियोजना का महत्व
- बाड़ लगाने या खाइयाँ खोदने की तुलना में यह अत्यधिक लागत प्रभावी है।
- परियोजना एक साथ शहद उत्पादन बढ़ाती है और किसानों की आय में वृद्धि करती है।
- यह मनुष्यों और हाथियों दोनों के जीवन के नुकसान को कम करने में मदद करता है।
- यह जैव विविधता के संरक्षण के साथ-साथ प्रकृति में संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।