लुभाइए नहीं, समझाइए: चुनावी वादे और इसका वित्तीय औचित्य
Don’t lure, persuade चुनावी वादों को पूरा करने पर होने वाले खर्च का ब्यौरा देने से चुनाव अभियान को गहराई मिलेगी राजनीतिक पार्टियों को अपने घोषणापत्र में किए गए वादे के वित्तीय निहितार्थ का खुलासा करने की जरूरत से संबंधित भारत निर्वाचन आयोग के प्रस्ताव से चुनाव प्रचार में नए अर्थ जुड़ेंगे। पार्टियों को मतदाताओं से किसी ऐसे वस्तु या…