Current Affairs: Aubrite Meteorites
गुजरात के दो गांवों में दुर्घटनाग्रस्त हुए उल्कापिंड की पहचान ऑब्राइट उल्कापिंड के रूप में की गई है।
Aubrite Meteorites के बारे में:
- यह एक मोटे दाने वाली आग्नेय चट्टान है जो बहुत कम ऑक्सीजन वाली परिस्थितियों में बनती है और इसमें ऐसे खनिज होते हैं जो पृथ्वी पर नहीं पाए जाते हैं।
- उल्कापिंड का लगभग 90% हिस्सा ऑर्थोपायरॉक्सिन से बना था।
- ऑर्थोपायरोक्सीन एक निश्चित संरचना के साथ पाइरॉक्सीन होते हैं। पाइरोक्सीन सिलिकेट होते हैं जिनमें सिलिका टेट्राहेड्रा (SiO4) की एकल श्रृंखला होती है।
- इसमें बुध ग्रह की सतह पर अत्यधिक अपचायक परिस्थितियों (reducing conditions) की समान और अनूठी विशेषताएं हैं।
- भविष्य में ग्रहों की प्रक्रियाओं को समझने के लिए यह महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
- दुर्लभ ऑब्राइट भारत में आखिरी बार 1852 में यूपी के गोरखपुर में मिला था।
ऑब्राइट उल्कापिंडों का अध्ययन क्षुद्रग्रह बेल्ट की संरचना और इतिहास के साथ-साथ सौर मंडल के गठन और विकास में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान कर सकता है।