Frozen Semen Station

Current Affairs: Frozen Semen Station

  • मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने रणबीर बाग, जम्मू और कश्मीर (J&K) में फ्रोज़न सीमेन स्टेशन की आधारशिला रखी है।
  • सीमेन स्टेशन को राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत 2163.57 लाख रुपये की मंजूरी दी गई है।
  • यह कश्मीर प्रांत को कृत्रिम गर्भाधान / Artificial Insemination (AI) कवरेज के लिए उपयोग किए जाने वाले उच्च गुणवत्ता और रोग मुक्त-रोगाणु प्लाज़्म के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में सक्षम बनाएगा।
  • AI कवरेज में वृद्धि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में डेयरी पशुओं की उत्पादकता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
  • यह परियोजना प्रति वर्ष 10 लाख से अधिक जमे हुए वीर्य स्ट्रॉ / frozen semen straws (FSSs) का उत्पादन करने के लिए फ्रोजन सीमेन बुल स्टेशन, रणबीर बाग को मजबूत करेगी।
Rashtriya Gokul Mission (RGM)

राष्ट्रीय गोकुल मिशन / Rashtriya Gokul Mission (RGM)

  • RGM, दिसंबर 2014 में लॉन्च किया गया, राष्ट्रीय बोवाइन प्रजनन और डेयरी विकास कार्यक्रम के तहत एक केंद्रित परियोजना है।
  • इसका उद्देश्य केंद्रित और वैज्ञानिक तरीके से स्वदेशी नस्लों का संरक्षण और विकास करना है।
  • पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन विभाग, कृषि मंत्रालय राज्य कार्यान्वयन एजेंसियों / State Implementing Agencies (SIA अर्थात Livestock Development Boards / पशुधन विकास बोर्ड) के माध्यम से मिशन को कार्यान्वित कर रहा है।

उद्देश्य

  • आनुवंशिक संरचना में सुधार और स्टॉक बढ़ाने के लिए देशी मवेशियों की नस्लों के लिए नस्ल सुधार कार्यक्रम चलाना।
  • दुग्ध उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि करना।

प्रावधान

  • एकीकृत स्वदेशी पशु केंद्र गोकुल ग्राम की स्थापना।
  • प्रजनक समितियों की स्थापना – गोपालन संघ
  • प्राकृतिक सेवा के लिए रोग मुक्त उच्च आनुवंशिक योग्यता वाले सांडों का वितरण।
  • देशी नस्ल के विशिष्ट पशुओं को पालने वाले किसानों को प्रोत्साहन।
  • स्वदेशी मवेशी विकास में लगे संस्थानों/संस्थाओं में कार्यरत तकनीकी एवं गैर-तकनीकी कर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन।
  • उच्च आनुवंशिक योग्यता वाली स्वदेशी नस्लों के संरक्षण के लिए बैल मातृ फार्मों को मजबूत करना।
  • उन संस्थानों/संस्थाओं को सहायता जो सर्वोत्तम जर्मप्लाज्म के भंडार हैं।

RGM के तहत अन्य पहल

  • वैज्ञानिक तरीके से स्वदेशी नस्लों के विकास और संरक्षण के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में राष्ट्रीय कामधेनु प्रजनन केंद्र / National Kamdhenu Breeding Centre (NKBC) की स्थापना।
  • प्रजनकों और किसानों को जोड़ने के लिए एक ई-मार्केट पोर्टल विकसित करना। इस ई-मार्केट पोर्टल का नाम ‘ई-पशु हाट-नकुल प्रजन बाजार’ रखा गया।
  • पशु संजीवनी: पशु स्वास्थ्य कार्ड के प्रावधान के साथ एक पशु कल्याण कार्यक्रम।
  • रोगमुक्त मादा गोवंश के लिए इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) और मल्टीपल ओव्यूलेशन एम्ब्रियो ट्रांसफर / Multiple Ovulation Embryo Transfer (MOET) जैसी उन्नत प्रजनन तकनीक का उपयोग।
  • स्वदेशी नस्लों के लिए राष्ट्रीय बोवाइन जीनोमिक केंद्र / National Bovine Genomic Center for Indigenous Breeds (NBGC-IB) की स्थापना

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